कविता तो लिखना नहीं आता है ,पर भावनाओ को लिख देता हूँ ,कुछ लोग इसे रचनात्मकता कहते है |"कविता etc" वह जगह है जहां किसी मन की अभिव्यक्तियों को शब्दों में पिरो कर रखा गया है. कभी कभी मन कुछ कहता है. हम वाह्य दुनियां में इस तरह खो जाते है कि वह आवाज हमारे कानों तक नहीं पहुचती. फुर्सत में जब कभी हम अपने मन की बातें सुनते है तो वे बातें कुछ ऐसे ही होती है जैसे इस ब्लॉग में लिखी गयी है.
Thursday, January 29, 2009
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