आंखों से गिरते आंसू करते है ये सवाल,
हमसे जो छीनी गई है उस हंसी की बात हो|
रोज वो शब कितना हसीं लगते है रंगे इश्क में,
इश्क में डूबे रहे और आशिकी की बात हो |
हमसे जो छीनी गई है उस हंसी की बात हो|
रोज वो शब कितना हसीं लगते है रंगे इश्क में,
इश्क में डूबे रहे और आशिकी की बात हो |
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