कविता तो लिखना नहीं आता है ,पर भावनाओ को लिख देता हूँ ,कुछ लोग इसे रचनात्मकता कहते है |"कविता etc" वह जगह है जहां किसी मन की अभिव्यक्तियों को शब्दों में पिरो कर रखा गया है. कभी कभी मन कुछ कहता है. हम वाह्य दुनियां में इस तरह खो जाते है कि वह आवाज हमारे कानों तक नहीं पहुचती. फुर्सत में जब कभी हम अपने मन की बातें सुनते है तो वे बातें कुछ ऐसे ही होती है जैसे इस ब्लॉग में लिखी गयी है.
Thursday, September 4, 2008
Teacher's Day
शिक्षक वह व्यक्ति है ,जो एक बगीचे को भिन्न-भिन्न रूप रंग के फूलों से सजाता है, जो हमे कांटों पर भी मुस्कुरा कर चलने को प्रोत्साहित करता है, हमे जीने की एक वजह समझाता है। हर दुःख दर्द में हमारे घाव को भर देता है, मेरा आप सब से सिर्फ़ यही कहना है कि -शिक्षक भगवान् से भी बड़ा है, हाँ शिक्षक को भगवान् ने ही बनाया है, लेकिन शिक्षक ने लाखों छोटे-छोटे अनमोल जीवन को सही मार्ग दिखाया है, ताकि वह अपने लक्ष्य का उद्घाटन कर सके।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
1 comment:
achha hai par thik nahi hai
Post a Comment